मुक्तक
सनम इजहार कर मुझसे कभी इंकार मत करना
ये दर्दो दिल दवा देकर कभी इजहार मत करना
मैने तुझको खुदा माना तू ही तो है हसरत
मिली जो चाहते तुझसे उन्हें बेकार मत करना
कृष्णकांत गुर्जर
सनम इजहार कर मुझसे कभी इंकार मत करना
ये दर्दो दिल दवा देकर कभी इजहार मत करना
मैने तुझको खुदा माना तू ही तो है हसरत
मिली जो चाहते तुझसे उन्हें बेकार मत करना
कृष्णकांत गुर्जर