मुक्तक
अश्कों की जुबानी है ये मेरी कहानी है,
सच कह देंगे जग से दिल ने ये ठानी है
तुम झूठ की नगरी में रहते हो ज़माने से
बरसों में हकीकत ये हमने पहचानी है..
अश्कों की जुबानी है ये मेरी कहानी है,
सच कह देंगे जग से दिल ने ये ठानी है
तुम झूठ की नगरी में रहते हो ज़माने से
बरसों में हकीकत ये हमने पहचानी है..