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23 Aug 2019 · 1 min read

मुक्तक

मैं तेरी तस्वीर को कब तलक़ देख़ूँ?
मैं दर्द की लक़ीर को कब तलक़ देख़ूँ?
सिसक रहें हैं लफ़्ज़ भी मेरी ज़ुबाँ पर-
मैं ज़ख़्में-तक़दीर को कब तलक़ देख़ूँ?

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

Language: Hindi
1 Like · 554 Views
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