मुक्तक
मैं तेरी तस्वीर को कब तलक़ देख़ूँ?
मैं दर्द की लक़ीर को कब तलक़ देख़ूँ?
सिसक रहें हैं लफ़्ज़ भी मेरी ज़ुबाँ पर-
मैं ज़ख़्में-तक़दीर को कब तलक़ देख़ूँ?
मुक्तककार- #मिथिलेश_राय
मैं तेरी तस्वीर को कब तलक़ देख़ूँ?
मैं दर्द की लक़ीर को कब तलक़ देख़ूँ?
सिसक रहें हैं लफ़्ज़ भी मेरी ज़ुबाँ पर-
मैं ज़ख़्में-तक़दीर को कब तलक़ देख़ूँ?
मुक्तककार- #मिथिलेश_राय