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26 Jul 2019 · 1 min read

मुक्तक

जहाँ देखो वहीं पर चल रहा रफ्तार का झगड़ा,
यहाँ तो मुद्दतों से चल रहा प्रतिकार का झगड़ा,
कोई बेबाक बोलता रहा सब कुछ बिना सोचे,
कोई खामोशियों से लड़ रहा इज़हार का झगड़ा,

Language: Hindi
374 Views

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