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22 Jul 2019 · 1 min read

मुक्तक

वेदना को शब्द के परिधान पहनाओ
ज़िंदगी के दर्द को गीतों में सजाओ
खोज ही लेंगे गगन ये नन्हे परिंदे
इन परिंदों के ज़रा तुम पंख फैलाओ,

Language: Hindi
439 Views
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