मुक्तक
वक्त के दरिया मे बहते जा रहें हैं हम
जाने क्या क्या साथ लेते जा रहें हैं हम
आसमाँ पर हैं सितारे उस कदर हैं ख़्वाहिशें
हर कदम पर हाथ मलते जा रहें हैं हम
वक्त के दरिया मे बहते जा रहें हैं हम
जाने क्या क्या साथ लेते जा रहें हैं हम
आसमाँ पर हैं सितारे उस कदर हैं ख़्वाहिशें
हर कदम पर हाथ मलते जा रहें हैं हम