Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Mar 2019 · 1 min read

मुक्तक

अब तक का इतिहास यही है, उगते हैं कट जाते हैं
हम जितना होते हैं अक्सर, उससे भी घट जाते हैं
लोगों की पहचान तो आख़िर, लोगों से ही होती है
कहाँ किसी के साथ किसी के बाज़ू-चौखट जाते हैं

Language: Hindi
1 Like · 486 Views

You may also like these posts

मंजिल
मंजिल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"अहमियत"
Dr. Kishan tandon kranti
कहते हैं जबकि हम तो
कहते हैं जबकि हम तो
gurudeenverma198
जब सारे फूल ! एक-एक कर झर जाएँगे तुम्हारे जीवन से पतझर की बे
जब सारे फूल ! एक-एक कर झर जाएँगे तुम्हारे जीवन से पतझर की बे
Shubham Pandey (S P)
मजदूर दिवस पर विशेष
मजदूर दिवस पर विशेष
Harminder Kaur
वज़्न ---221 1221 1221 122 बह्र- बहरे हज़ज मुसम्मन अख़रब मक़्फूफ़ मक़्फूफ़ मुखंन्नक सालिम अर्कान-मफ़ऊल मुफ़ाईलु मुफ़ाईलु फ़ऊलुन
वज़्न ---221 1221 1221 122 बह्र- बहरे हज़ज मुसम्मन अख़रब मक़्फूफ़ मक़्फूफ़ मुखंन्नक सालिम अर्कान-मफ़ऊल मुफ़ाईलु मुफ़ाईलु फ़ऊलुन
Neelam Sharma
4340.*पूर्णिका*
4340.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अब हर्ज़ क्या है पास आने में
अब हर्ज़ क्या है पास आने में
Ajay Mishra
कुछ अनकही
कुछ अनकही
Namita Gupta
आज ख़ुद के लिए मैं ख़ुद से कुछ कहूं,
आज ख़ुद के लिए मैं ख़ुद से कुछ कहूं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
लखनऊ शहर
लखनऊ शहर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
महुआ फूल की गाथा
महुआ फूल की गाथा
GOVIND UIKEY
त क्या है
त क्या है
Mahesh Tiwari 'Ayan'
"बहुत देखे हैं"
ओसमणी साहू 'ओश'
भाग्य ने पूछा हज़ारों बार,मैं तुम्हारा नाम ले पाया नहीं !
भाग्य ने पूछा हज़ारों बार,मैं तुम्हारा नाम ले पाया नहीं !
पूर्वार्थ
हमारी प्यारी हिंदी
हमारी प्यारी हिंदी
पूनम दीक्षित
घुली अजब सी भांग
घुली अजब सी भांग
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
spam
spam
DR ARUN KUMAR SHASTRI
धैर्य और साहस
धैर्य और साहस
ओंकार मिश्र
व्यक्ति कितना भी बड़ा क्यों न हो जाये
व्यक्ति कितना भी बड़ा क्यों न हो जाये
शेखर सिंह
गुज़रा हुआ वक्त
गुज़रा हुआ वक्त
Surinder blackpen
भोर पुरानी हो गई
भोर पुरानी हो गई
आर एस आघात
सत्य की यात्रा
सत्य की यात्रा
ललकार भारद्वाज
कोई कितना
कोई कितना
Dr fauzia Naseem shad
दोहावली...
दोहावली...
आर.एस. 'प्रीतम'
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
राम जपन क्यों छोड़ दिया
राम जपन क्यों छोड़ दिया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
😢फिर वही😢
😢फिर वही😢
*प्रणय*
नशा किस बात का है।
नशा किस बात का है।
Vishnu Prasad 'panchotiya'
*बल गीत (वादल )*
*बल गीत (वादल )*
Rituraj shivem verma
Loading...