मुक्तक :– तेरे पायल की छन्कार मुझको यहाँ बुलाती है !!
मुक्तक :– तेरे पायल की छन्कार मुझको यहाँ बुलाती है !!
मै जब उदास हो जाता हूँ ,तनहाई तडफाती है !
तेरे पायल की छनकार ,मुझको यहाँ बुलाती है !
इन बागों इन गलियों मे , तेरे साये मीठी यादों के ,
यहाँ सावन की बौछार , मुझको बहुत रुलाती है !!