Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Dec 2023 · 1 min read

मीठे बोल

न हंस के बोलिए, न कस के बोलिए।
न बोलिए कटाक्ष, न बहस के बोलिए।।
है बात यदि जरूरी तो संवाद कीजिए।
न शब्द जाल बुनिए न विवाद कीजिए।।
है काम की यदि बात तो बस मान दीजिए।
छोटे हो या बड़े सभी का सम्मान किजिए।।
बातों का वजन देखो, बस कर्म से बनेगा।
बस बात बात करके, न काम अब चलेगा।।
है बात करना भी तो, एक कर्म की विधा है।
तो चुनिए शब्द अच्छे यह आपको सुविधा है।।
वाणी में अपने रखिए, श्रृंगार रस को ऊपर।
तो प्रेम मिले ‘संजय’, हो राज सबके दिलपर।।

जय श्री राम

Language: Hindi
1 Like · 98 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बेकसूर तुम हो
बेकसूर तुम हो
SUNIL kumar
बोर्ड परीक्षा में सुधार के उपाय
बोर्ड परीक्षा में सुधार के उपाय
Ravi Prakash
नेताजी सुभाषचंद्र बोस
नेताजी सुभाषचंद्र बोस
ऋचा पाठक पंत
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*Author प्रणय प्रभात*
जय श्री राम
जय श्री राम
Er.Navaneet R Shandily
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
कविता: स्कूल मेरी शान है
कविता: स्कूल मेरी शान है
Rajesh Kumar Arjun
जो राम हमारे कण कण में थे उन पर बड़ा सवाल किया।
जो राम हमारे कण कण में थे उन पर बड़ा सवाल किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
बीतल बरस।
बीतल बरस।
Acharya Rama Nand Mandal
अपनी शान के लिए माँ-बाप, बच्चों से ऐसा क्यों करते हैं
अपनी शान के लिए माँ-बाप, बच्चों से ऐसा क्यों करते हैं
gurudeenverma198
देश की हालात
देश की हालात
Dr. Man Mohan Krishna
" बंध खोले जाए मौसम "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
3289.*पूर्णिका*
3289.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शिव सबके आराध्य हैं, रावण हो या राम।
शिव सबके आराध्य हैं, रावण हो या राम।
Sanjay ' शून्य'
🔥वक्त🔥
🔥वक्त🔥
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
तुम
तुम
हिमांशु Kulshrestha
मैं ऐसा नही चाहता
मैं ऐसा नही चाहता
Rohit yadav
आपको याद भी
आपको याद भी
Dr fauzia Naseem shad
ये चिल्ले जाड़े के दिन / MUSAFIR BAITHA
ये चिल्ले जाड़े के दिन / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
ट्यूशन उद्योग
ट्यूशन उद्योग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
खतरनाक होता है
खतरनाक होता है
Kavi praveen charan
वह फूल हूँ
वह फूल हूँ
Pt. Brajesh Kumar Nayak
पेड़ पौधे (ताटंक छन्द)
पेड़ पौधे (ताटंक छन्द)
नाथ सोनांचली
नव्य द्वीप का रहने वाला
नव्य द्वीप का रहने वाला
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
महफिले सजाए हुए है
महफिले सजाए हुए है
Harminder Kaur
क्रूरता की हद पार
क्रूरता की हद पार
Mamta Rani
आज फिर हाथों में गुलाल रह गया
आज फिर हाथों में गुलाल रह गया
Rekha khichi
**** फागुन के दिन आ गईल ****
**** फागुन के दिन आ गईल ****
Chunnu Lal Gupta
Mana ki mohabbat , aduri nhi hoti
Mana ki mohabbat , aduri nhi hoti
Sakshi Tripathi
"कौआ"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...