मीठी जलेबी
सामने तलती देखी मीठी जलेबी
साथ में मेरी छोटी बेबी भी फरेबी.
हमने पूछा”तुम ये क्या खओंगे लूँ,
टेढ़ी मेढ़ी घुमती मीठा भरी जलेबी
मुँह घुमती बेबी बोली क्या है ये गर्म!
सामने उसके मामा आ बोले”स्वाद जलेबी”
जैसे तूं है क्रोध भरी दिखती ना सीधी
तूं भी हमारी प्यारी मीठी सी करीबी.
आओ खिलाओ तुझको अपने हाथ जलेबी.
बेटी उसकी चिपचिप से घबराए ना छुए
मामा प्यार से दिखा उसको बुलाते जलेबी.
स्वरचित –रेखा मोहन १/२/२3 पंजाब