Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jan 2024 · 1 min read

मिथकीय/काल्पनिक/गप कथाओं में अक्सर तर्क की रक्षा नहीं हो पात

मिथकीय/काल्पनिक/गप कथाओं में अक्सर तर्क की रक्षा नहीं हो पाती क्योंकि ऐसी कहानियों के सर्जक अपने समय के बेवकूफ टाइप के बुद्धिमान अथवा सयाने लोग होते हैं।

फिर, कालांतर में इन कथाओं में कथा–भक्त लोग बेसिरपैर के अन्य तर्कातीत प्रसंग जोड़ते चले जाते हैं।

132 Views
Books from Dr MusafiR BaithA
View all

You may also like these posts

तुम भी सर उठा के जी सकते हो दुनिया में
तुम भी सर उठा के जी सकते हो दुनिया में
Ranjeet kumar patre
कहाँ लिख पाया!
कहाँ लिख पाया!
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
जुबान
जुबान
अखिलेश 'अखिल'
एक कुंडलियां छंद-
एक कुंडलियां छंद-
Vijay kumar Pandey
माज़ी में जनाब ग़ालिब नज़र आएगा
माज़ी में जनाब ग़ालिब नज़र आएगा
Atul "Krishn"
प्यासे को
प्यासे को
Santosh Shrivastava
सावन
सावन
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
दानवी शक्तियों को सुधारा नहीं जाता था
दानवी शक्तियों को सुधारा नहीं जाता था
Sonam Puneet Dubey
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी किरदार हैं।
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी किरदार हैं।
Neeraj Agarwal
कोई गीता समझता है कोई कुरान पढ़ता है ।
कोई गीता समझता है कोई कुरान पढ़ता है ।
Dr. Man Mohan Krishna
पहले तुम लिखो तो सही .
पहले तुम लिखो तो सही .
पूर्वार्थ
नहीं पाए
नहीं पाए
manjula chauhan
सत्य की खोज
सत्य की खोज
SHAMA PARVEEN
रात नहीं आती
रात नहीं आती
Madhuyanka Raj
लिख के उंगली से धूल पर कोई - संदीप ठाकुर
लिख के उंगली से धूल पर कोई - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
.हिदायत
.हिदायत
shabina. Naaz
#घरौंदा#
#घरौंदा#
Madhavi Srivastava
"परवाने"
Dr. Kishan tandon kranti
लगे चेहरा मुझे तेरा कसम से ईद का चंदा।
लगे चेहरा मुझे तेरा कसम से ईद का चंदा।
आर.एस. 'प्रीतम'
हमारा चांद आया है
हमारा चांद आया है
अनिल कुमार निश्छल
यादो की चिलमन
यादो की चिलमन
Sandeep Pande
विश्वास कर ले
विश्वास कर ले
संतोष बरमैया जय
*शून्य से दहाई का सफ़र*
*शून्य से दहाई का सफ़र*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
कलियों सी मुस्कुराती
कलियों सी मुस्कुराती
Anand Kumar
*अशोक कुमार अग्रवाल : स्वच्छता अभियान जिनका मिशन बन गया*
*अशोक कुमार अग्रवाल : स्वच्छता अभियान जिनका मिशन बन गया*
Ravi Prakash
दोहा पंचक. . . प्रयास
दोहा पंचक. . . प्रयास
sushil sarna
लिखने के लिए ज़रूरी था
लिखने के लिए ज़रूरी था
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
4591.*पूर्णिका*
4591.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...