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16 Jun 2024 · 1 min read

“मित्रों से जुड़ना “

डॉ लक्ष्मण झा परिमल
==============
आपके फ्रेंड रिक्वेस्टों का ,
हम सदा सम्मान करते हैं !
बड़े छोटों से हमको क्या ,
सभी को सलाम करते हैं !!
आपके प्रोफाइलों के हर .
बिन्दुओं को हम देखते हैं !!
हमारे मन को जो खींचें .
उसे हम स्वीकार करते हैं !!
हमारी सोच की झलक ,
लेखनी में ही मिलती है !
हमारी भंगिमा की श्रेष्ठता ,
तस्वीरों से निकलती है !!
उसी को अपना बनाने का ,
ह्रदय फिर झूम उठता है !
झटपट अपना बनाने को ,
हमारा यह मन मचलता है !!
विचारों में कभी –कभी ,
विभेद को यदि हम पाएंगे !
गिला शिकवा जुवां पे कभी ,
हम भूले से नहीं लायेंगे !!
निष्क्रियता असंवेदनशीलता ,
के घृणित बू हमें भाते नहीं !
किसी के जुड़ने के बाद भी ,
तौड़ना फिर हमें आते नहीं !!
मित्र बनके मित्रता की बात ,
को तिरष्कार करना नहीं !!
फ्रेंड जैसे बन गए हो आज ,
मौनता में कभी रहना नहीं !!
===============
डॉ लक्ष्मण झा परिमल
साउंड हैल्थ क्लीनिक
एस 0 पी 0 कॉलेज रोड
दुमका
झारखंड

Language: Hindi
95 Views

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