मित्रता
मित्रता की परख के लिए
यंत्र नहीं है माप के लिए
विपत्ति में जो साथ निभाते
सच्चे मित्र वह सब के लिए ।
हाथ मिलाते तो है सब से
रास्ते चलते परिचय सबसे
मोबाइल से जुडने वाले
प्रेमी बनते सीमा जब से ।
फेसबुक और व्हाटसप नया
चिट्ठियों का समय बीत गया
मित्रता प्रेम अधिक सफल है
अंजू नाम फतिमा हो गया ।
मित्रता में भ्रमित हुए लोग
शत्रुता का चल रहा कुयोग
निजी स्वाभिमान को भूलकर
आधुनिक आज षडयंत्र योग ।
राजेश कौरव सुमित्र