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6 Apr 2021 · 1 min read

मिट्टी में मिल जाना

यहां पर लगा आना जाना।
यहां तेरा न कोई ठिकाना।
ये जगत मुसाफिर खाना।
फिर तेरा क्या इतराना।
लगा है यहां पर आना जाना।
फिर भी समझ न पाना।
यहां लड़ना और लड़ाना।
पीना और पिलाना।
ये जगत है मुसाफिर खाना। यहां पर तेरा न कोई ठिकाना।
अब भी चेत जा बंदे।
क्यों अपना अधिकार जमाना।
ये जगत है मुसाफिर खाना।
न दोस्ती न दुश्मनी निभाना।
इस तरह जी कर जाना।
एक दिन मिट्टी में मिल जाना।

Language: Hindi
2 Likes · 5 Comments · 595 Views
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