मिट्टी में मिल जाना है
क्यों है घमंड तुझको इस काया का
जिसे मिट्टी में मिल जाना है,
ये दौलत, ये शोहरत, ये रिश्ते नाते
सब एक दिन छूटकर यहीं रह जाना है।
– सुमन मीना (अदिति)
लेखिका एवं साहित्यकार
क्यों है घमंड तुझको इस काया का
जिसे मिट्टी में मिल जाना है,
ये दौलत, ये शोहरत, ये रिश्ते नाते
सब एक दिन छूटकर यहीं रह जाना है।
– सुमन मीना (अदिति)
लेखिका एवं साहित्यकार