Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Dec 2016 · 1 min read

मासूम ख़्वाब..

कुछ यादें ताक पर धरी हैं,
झाङ-पोंछकर, चमका रखी हैं।

चंचल सी साँसें कई
इधर-उधर बिखरी पङी हैं।

जज़्बातों की लौ
सुलग रही है आले पर,

कुछ अल्हङ से अरमान
झूल रहे हैं फ़ानूस पर।

अहसासों की पोटली
टांग रखी है दीवार पर,

नटखट सा चेहरा तुम्हारा
खेल रहा लुकाछिपी।

किताबों के पन्नों के बीच कुछ दिन छुपे हैं,
जिन्हें ढूढ़ रही दो आँखें मेरी,

कुछ मखमली से दिन
और रेशमी रातों की झालरें भी सजी हुई हैं।

झरोखे से झाँक रहे हैं
कुछ मासूम ख़्वाब,

सम्भाल लेना इन्हें,
देखो, कहीं गिर ना जायें!

©मधुमिता

Language: Hindi
359 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
महाभारत युद्ध
महाभारत युद्ध
Anil chobisa
* सुन्दर फूल *
* सुन्दर फूल *
surenderpal vaidya
राजनीति में ना प्रखर,आते यह बलवान ।
राजनीति में ना प्रखर,आते यह बलवान ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
मन में सदैव अपने
मन में सदैव अपने
Dr fauzia Naseem shad
अधूरा सफ़र
अधूरा सफ़र
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
दो अक्षर का शब्द है , सबसे सुंदर प्रीत (कुंडलिया)
दो अक्षर का शब्द है , सबसे सुंदर प्रीत (कुंडलिया)
Ravi Prakash
ज्यों ही धरती हो जाती है माता
ज्यों ही धरती हो जाती है माता
ruby kumari
नेह का दीपक
नेह का दीपक
Arti Bhadauria
धर्मगुरु और राजनेता
धर्मगुरु और राजनेता
Shekhar Chandra Mitra
(9) डूब आया मैं लहरों में !
(9) डूब आया मैं लहरों में !
Kishore Nigam
जरूरी नहीं राहें पहुँचेगी सारी,
जरूरी नहीं राहें पहुँचेगी सारी,
Satish Srijan
यही बताती है रामायण
यही बताती है रामायण
*Author प्रणय प्रभात*
2475.पूर्णिका
2475.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
खुबिया जानकर चाहना आकर्षण है.
खुबिया जानकर चाहना आकर्षण है.
शेखर सिंह
गीतिका।
गीतिका।
Pankaj sharma Tarun
जिंदगी की एक मुलाक़ात से मौसम बदल गया।
जिंदगी की एक मुलाक़ात से मौसम बदल गया।
Phool gufran
अच्छे   बल्लेबाज  हैं,  गेंदबाज   दमदार।
अच्छे बल्लेबाज हैं, गेंदबाज दमदार।
दुष्यन्त 'बाबा'
पाश्चात्यता की होड़
पाश्चात्यता की होड़
Mukesh Kumar Sonkar
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सत्संग
सत्संग
पूर्वार्थ
मैं तुमसे दुर नहीं हूँ जानम,
मैं तुमसे दुर नहीं हूँ जानम,
Dr. Man Mohan Krishna
रक्षा बंधन
रक्षा बंधन
bhandari lokesh
There are only two people in this
There are only two people in this
Ankita Patel
हिन्दी ग़ज़ल के कथ्य का सत्य +रमेशराज
हिन्दी ग़ज़ल के कथ्य का सत्य +रमेशराज
कवि रमेशराज
कावड़ियों की धूम है,
कावड़ियों की धूम है,
manjula chauhan
"विजेता"
Dr. Kishan tandon kranti
परमेश्वर का प्यार
परमेश्वर का प्यार
ओंकार मिश्र
हे देवाधिदेव गजानन
हे देवाधिदेव गजानन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Kohre ki bunde chhat chuki hai,
Kohre ki bunde chhat chuki hai,
Sakshi Tripathi
" आज चाँदनी मुस्काई "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
Loading...