Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Mar 2023 · 1 min read

धर्मगुरु और राजनेता

इंसानी चेतना के क़ातिल
ये धर्मगुरु और राजनेता!
हमारी बर्बादी में शामिल
ये धर्मगुरु और राजनेता!
विज्ञान और तकनीकी से
नौजवानों को दूर करके!
उनको बना रहे हैं जाहिल
ये धर्मगुरु और राजनेता!
#Emergency #Democracy
#SupremeCourt #politics
#media #opposition #हक
#इंकलाब #youths #शायर
#शेखर_चंद्र_मित्रा #बगावत

Language: Hindi
263 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
शेखर सिंह
मैं  नहीं   हो  सका,   आपका  आदतन
मैं नहीं हो सका, आपका आदतन
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हौसले के बिना उड़ान में क्या
हौसले के बिना उड़ान में क्या
Dr Archana Gupta
न्याय के लिए
न्याय के लिए
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*चुनाव में उम्मीदवार (हास्य व्यंग्य)*
*चुनाव में उम्मीदवार (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
Dr. Arun Kumar shastri
Dr. Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तेरी मिट्टी के लिए अपने कुएँ से पानी बहाया है
तेरी मिट्टी के लिए अपने कुएँ से पानी बहाया है
'अशांत' शेखर
■ कौशल उन्नयन
■ कौशल उन्नयन
*Author प्रणय प्रभात*
शुभ संकेत जग ज़हान भारती🙏
शुभ संकेत जग ज़हान भारती🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
उम्र भर प्रीति में मैं उलझता गया,
उम्र भर प्रीति में मैं उलझता गया,
Arvind trivedi
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
रमेशराज की ‘ गोदान ‘ के पात्रों विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की ‘ गोदान ‘ के पात्रों विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
फायदे का सौदा
फायदे का सौदा
ओनिका सेतिया 'अनु '
बड़ी मछली सड़ी मछली
बड़ी मछली सड़ी मछली
Dr MusafiR BaithA
कौन कितने पानी में
कौन कितने पानी में
Mukesh Jeevanand
बहुत याद आता है वो वक़्त एक तेरे जाने के बाद
बहुत याद आता है वो वक़्त एक तेरे जाने के बाद
Dr. Seema Varma
#शर्माजीकेशब्द
#शर्माजीकेशब्द
pravin sharma
जाने वाले का शुक्रिया, आने वाले को सलाम।
जाने वाले का शुक्रिया, आने वाले को सलाम।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
रात के अंधेरे में नसीब आजमाना ठीक नहीं है
रात के अंधेरे में नसीब आजमाना ठीक नहीं है
कवि दीपक बवेजा
हो रहा अवध में इंतजार हे रघुनंदन कब आओगे।
हो रहा अवध में इंतजार हे रघुनंदन कब आओगे।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
भुलाया ना जा सकेगा ये प्रेम
भुलाया ना जा सकेगा ये प्रेम
The_dk_poetry
सुंदरता विचारों में सफर करती है,
सुंदरता विचारों में सफर करती है,
सिद्धार्थ गोरखपुरी
* खूब खिलती है *
* खूब खिलती है *
surenderpal vaidya
ढूॅ॑ढा बहुत हमने तो पर भगवान खो गए
ढूॅ॑ढा बहुत हमने तो पर भगवान खो गए
VINOD CHAUHAN
उलझते रिश्तो को सुलझाना मुश्किल हो गया है
उलझते रिश्तो को सुलझाना मुश्किल हो गया है
Harminder Kaur
कौन कहता है छोटी चीजों का महत्व नहीं होता है।
कौन कहता है छोटी चीजों का महत्व नहीं होता है।
Yogendra Chaturwedi
"सच्चाई की ओर"
Dr. Kishan tandon kranti
"हास्य व्यंग्य"
Radhakishan R. Mundhra
2983.*पूर्णिका*
2983.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कोई उम्मीद
कोई उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
Loading...