“मानव”
मानव सृष्टि की सुंदर रचना
कदम-कदम पर हमें है बचना।
कर्म सदा करते ही रहना
फल की इच्छा कभी न करना।
मानव सृष्टि……….
कदम कदम………
कृपा ईश की जन्म हमारा
गुरु ज्ञान की अविरल धारा।
नीयत निर्माण कर्तव्य हमारा
कर दे जग में हम उजियारा।
मानव सृष्टि………
कदम कदम………
लक्ष्य को सदा ध्यान में रखना
अपनी राह कभी ना तजना।
कष्टों से कभी नहीं घबराना
हार हार कर मंजिल पाना।
मानव सृष्टि……….
कदम कदम……….
सदा कर्म को समझो अपना बाकी सब है झूठा सपना।
क्षण क्षण हमें परीक्षा देना
लेकिन कभी हताश न होना।
मानव सृष्टि………
कदम कदम………
धर्म की राह पर चलते रहना
सत्य वचन से कभी न डिगना।
दृढ संकल्प लेकर ही चलना
मानव को मानव है बनना।
मानव सृष्टि……….
कदम कदम………
सफल एक दिन निश्चित होना
मिट्टी बन जाएगी सोना।
परहित सदा करते ही रहना
मानव मंत्र मूल है अपना।
मानव सृष्टि……….
कदम कदम………
प्रशांत शर्मा “सरल”
नरसिंहपुर