Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
ओंकार मिश्र
10 Followers
Follow
Report this post
14 Oct 2024 · 1 min read
माता, महात्मा, परमात्मा…
माता, महात्मा, परमात्मा
तीनो के सहयोग से जीवन सफल बनता हैं।
Tag:
Hindi
,
Quotation
,
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 33 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
आओ बोलें
Arghyadeep Chakraborty
*कंचन काया की कब दावत होगी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
देखिए खूबसूरत हुई भोर है।
surenderpal vaidya
3305.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
लिबास -ए – उम्मीद सुफ़ेद पहन रक्खा है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
बदल रही है ज़िंदगी
Shekhar Chandra Mitra
*यदि उसे नजरों से गिराया नहीं होता*
sudhir kumar
हम और आप ऐसे यहां मिल रहें हैं,
Jyoti Roshni
ख्वाबों से निकल कर कहां जाओगे
VINOD CHAUHAN
मुक्तक
Sonam Puneet Dubey
जाने बचपन
Punam Pande
प्रेम की लीला
Surinder blackpen
फुर्सत से आईने में जब तेरा दीदार किया।
Phool gufran
sp 104 मन की कलम
Manoj Shrivastava
दोहे
seema sharma
तितली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आत्मबल
Shashi Mahajan
भोर का सूरज
Vivek Pandey
रेत सी इंसान की जिंदगी हैं
Neeraj Agarwal
Now awake not to sleep
Bindesh kumar jha
*चाटुकारिता सीख गए तो, जाओगे दरबारों में (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
"बातों से पहचान"
Yogendra Chaturwedi
बड़ी हसीन रात थी बड़े हसीन लोग थे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
दोस्त और दोस्ती
Anamika Tiwari 'annpurna '
एक ख्वाब सजाया था मैंने तुमको सोचकर
डॉ. दीपक मेवाती
तुम मुक्कमल हो
हिमांशु Kulshrestha
#दीनदयाल_जयंती
*प्रणय*
संघर्षी गीत
Arvind trivedi
अम्बेडकर विचार
डिजेन्द्र कुर्रे
188bet
188bet
Loading...