“माता-पिता”
“माता-पिता”
माँ की ममता शीतल चाँदनी पिता तेज प्रकाश,
माँ लगती चाँद सी अरु पिता सूरज समान।
निराशा में आस जगाते हर जिद को देते मान,
मात-पिता के साये में सब पूरे होते अरमान।
“माता-पिता”
माँ की ममता शीतल चाँदनी पिता तेज प्रकाश,
माँ लगती चाँद सी अरु पिता सूरज समान।
निराशा में आस जगाते हर जिद को देते मान,
मात-पिता के साये में सब पूरे होते अरमान।