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13 Oct 2019 · 1 min read

माता की भेंट

सब तो उच्चा सिहांसन मैया शेरावाली दा
सब तो सोहणा दरबार मैया शेरावाली दा

माँ बिना बच्चयाँ दा जग ते रखवाली ना
भगतां दा तेरे बिना जग ते कोतवाली ना
शाम सवेरे नाम ध्यावां मैया शेरावाली दा
सब…………………………………….

दुखियाँ दा दुख हरदी है मैया दुखभंजनी
खुशियाँ दी झोली भरदी मैया सुखभरनी
बोलो रल के जयकारा मैया शेरावाली दा
सब………………………………………

शेर दी सवारी करदी पहाड़ा विच वसदी
भगतां दियां बिना मंगे मुरादां पूरी करदी
पींडियाँ रोज सजांवा मैया शेरावाली दा
सब………………………………………

सुखविंद्र मनसीरत मैया तेरी जोत जगावे
मिट जांदें न दुख सारे जो तेरा नाम ध्यावे
मेले जगमग भरदे रहन मैया शेरावाली दा
सब………………………………………

सब तो उच्चा सिहांसन मैया शेरावाली दा
सब तो सोहणा दरबार मैया शेरावाली दा

सुखविंद्र सिंह मनसीरत

Language: Hindi
189 Views
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