माटी तेल कपास की…
जलें तेल अरु वर्तिका, दीप बने आधार।
तीनों के गठजोड़ से, अँधियारे की हार।।
माटी तेल कपास की, तिकड़ी बनी मिसाल।
अँधियारे को बेधने, बुनती जाल कमाल।।
© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद
जलें तेल अरु वर्तिका, दीप बने आधार।
तीनों के गठजोड़ से, अँधियारे की हार।।
माटी तेल कपास की, तिकड़ी बनी मिसाल।
अँधियारे को बेधने, बुनती जाल कमाल।।
© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद