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17 Apr 2020 · 1 min read

मा’ज़ूर

मैं उस की गली से गुजरी आंखों से मा’ज़ूर हो गई
पलकों को धोया नमक से और फिर बेनूर हो गई
~ सिद्धार्थ

ऐब ही देखोगे क्या? कोई खूबी भी तो ढूंढ़ निकलो
वक़्त ने मा’ज़ूर किया है चलो तुम अपने चश्म दिखा लो
~ पुर्दिल सिद्धार्थ

Language: Hindi
5 Likes · 347 Views
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