मां
ना शमा चाहिए ना दवा चाहिए।
मुझे मेरी मां की दुआओं चाहिए।
बुरी नज़रों से बचा लिया है मुझे।
रोते हुए को सीने से लगा लिया मुझे ।
खुशियों से भर दिया है दामन को मेरे उसने ।
मुझे मेरी मां हर जगह चाहिए।
रोक उसके दम से है आज मेरे घर में।
साथ मां मुझको उम्र भर चाहिए।
जन्नत भी मेरी तू है मंजिल भी मेरी तू है ।
हां, फूल, मुझको दुआएं हर दम चाहिए।
Phool gufran