मां तुम आईना बन जाओ ना
मां तुम आईना बन जाओ ना मैं अपना अक्स देखूंगी
यह जिंदगी चिलमिलाती धूप सी लगती है
मां तुम ठंडी छांव बन जाओ ना
हर तरफ दुख:का साया घेरना चाहता है मुझे
मां तुम खुशी बन बन बाहों में सुलाओ ना
हर कोई हराना चाहता है मुझे कोई साथ नहीं कोई आस नहीं
तुम जीत का जश्न बन जाओ ना
मां तुम आईना बन जाओ ना मैं अपना अक्स देखूंगी।
अन्जू (ओझल )