मां गंगा ऐसा वर दे
मां गंगा ऐसा वर दे,तन मन का अंधकार हर ले
मोह जनित अज्ञान दूर कर,पाप ताप सारा हर ले
जनम जनम से भटक रहा हूं, मैया चरण शरण में ले
तुमने असंख्य पापी तारे, मैया मेरी भी सुध ले
दुरति दुख शमन कर माता, अहंकार मन का हर ले
निर्मल जीवन रहे जगत में,पावनता अंतस भर दे
जन जन खुशहाल रहे धरा पर, सबको मां ऐसा वर दे
मां गंगा ऐसा वर दे,जन जन के पाप ताप हर ले
हर हर गंगे माता नर्मदे हर नर्मदे हर 🙏🙏
सुरेश कुमार चतुर्वेदी