Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 May 2020 · 1 min read

” मां की नहीं कोई परिभाषा “

मां शब्द की कोई परिभाषा समझ नहीं आता ,
जो लिखना चाहूं वो लिखा नहीं जाता।

हर बात तु बीन कहे समझ जाती ,
जिंदगी की हर खुशी तेरे गोद में ही मिल जाता ।

तेरी ममता से ही संतुष्टि आता ,
तु ही प्यार की अद्वितीय परिभाषा ।

मां से ही सारी दुनिया जगमगाता ,
इस मां शब्द की गाथा क्षितिज तक जाता ।

मां सिर्फ स्त्री को कहां नहीं जाता ,
पिता , भाई , बहन , दोस्त सभी से है ममता का नाता ।

तेरे तुलना अब तक ना कर पाया विधाता ,
ज्योति भी ना गढ पाएगी तेरी गाथा ।

मां तेरी ममता की कोई नहीं परिभाषा ,
लिखना चाहूं पर कलम रूक जाता ।

( मातृ दिवस के अवसर पर संसार की सभी मां को समर्पित । )

? धन्यवाद?

✍️ ज्योति ✍️
नई दिल्ली

Language: Hindi
2 Likes · 230 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ज्योति
View all
You may also like:
सूर्यदेव
सूर्यदेव
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
आखिर वो तो जीते हैं जीवन, फिर क्यों नहीं खुश हम जीवन से
आखिर वो तो जीते हैं जीवन, फिर क्यों नहीं खुश हम जीवन से
gurudeenverma198
ତୁମ ର ହସ
ତୁମ ର ହସ
Otteri Selvakumar
अभिनेता बनना है
अभिनेता बनना है
Jitendra kumar
फूल और कांटे
फूल और कांटे
अखिलेश 'अखिल'
*कुहरा दूर-दूर तक छाया (बाल कविता)*
*कुहरा दूर-दूर तक छाया (बाल कविता)*
Ravi Prakash
#निस्वार्थ-
#निस्वार्थ-
*Author प्रणय प्रभात*
" करवा चौथ वाली मेहंदी "
Dr Meenu Poonia
तब जानोगे
तब जानोगे
विजय कुमार नामदेव
दोहा बिषय- महान
दोहा बिषय- महान
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मैं कुछ इस तरह
मैं कुछ इस तरह
Dr Manju Saini
ज़िन्दगी के सफर में राहों का मिलना निरंतर,
ज़िन्दगी के सफर में राहों का मिलना निरंतर,
Sahil Ahmad
Ye sham adhuri lagti hai
Ye sham adhuri lagti hai
Sakshi Tripathi
2661.*पूर्णिका*
2661.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नारी
नारी
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मनुष्य तुम हर बार होगे
मनुष्य तुम हर बार होगे
Harish Chandra Pande
मोहब्बतों की डोर से बँधे हैं
मोहब्बतों की डोर से बँधे हैं
Ritu Asooja
चलती है जिन्दगी
चलती है जिन्दगी
डॉ. शिव लहरी
"हंस"
Dr. Kishan tandon kranti
‌everytime I see you I get the adrenaline rush of romance an
‌everytime I see you I get the adrenaline rush of romance an
Sukoon
कवि की कल्पना
कवि की कल्पना
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
जिंदगी और जीवन भी स्वतंत्र,
जिंदगी और जीवन भी स्वतंत्र,
Neeraj Agarwal
हरकत में आयी धरा...
हरकत में आयी धरा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
फूल सी तुम हो
फूल सी तुम हो
Bodhisatva kastooriya
दुख वो नहीं होता,
दुख वो नहीं होता,
Vishal babu (vishu)
ਲਿਖ ਲਿਖ ਕੇ ਮੇਰਾ ਨਾਮ
ਲਿਖ ਲਿਖ ਕੇ ਮੇਰਾ ਨਾਮ
Surinder blackpen
प्रेम के रंग कमाल
प्रेम के रंग कमाल
Mamta Singh Devaa
वो ख़्वाहिशें जो सदियों तक, ज़हन में पलती हैं, अब शब्द बनकर, बस पन्नों पर बिखरा करती हैं।
वो ख़्वाहिशें जो सदियों तक, ज़हन में पलती हैं, अब शब्द बनकर, बस पन्नों पर बिखरा करती हैं।
Manisha Manjari
हम जो कहेंगे-सच कहेंगे
हम जो कहेंगे-सच कहेंगे
Shekhar Chandra Mitra
Loading...