“मां का प्यार, सबसे निराला हैं”
मां का प्यार, सबसे निराला हैं।
मुश्किल में भी, अपने आंचल में छुपा के पाला है।
हर दर्द छुपाती है,आशु सारे पी जाती हैं।
सिने से लगाकर हमको, वो हर पल मुस्कुराती है।
उसने उस बेटे को भी दुआ दी है, जिसका दिल काला हैं।
मुश्किल में भी ,अपने आंचल में छुपा के पाला है।
ममता की मूरत है,प्यारी सी सूरत हैं।
हर रिश्ते का को जोड़ती है,वो आनोखी डोर है।
ज़िन्दगी रोशन करें, वो तो ऎसा उजाला ।
मुश्किल में भी, अपने आंचल में छुपा के पाला है।