माँ
माँ
माँ का दिल ख़ास होता है
उसमें ज़िंदगी जीने का जज़्बा होता है
उसकी जद्दोजहद
हर मुसीबत का हल ढूँढ लेती है
वह जानती है
भगवान की इस दुनिया को खूबसूरत बनाये रखना
ज़रूरी है
इसलिए वह लोरियों में
कल्पना, उदारता और प्यार भरती है
बच्चा कितना ख़ूबसूरत है
यह माँ जानती है
और उसकी ख़ूबसूरती को निखारने में
अपनी पूरी ताक़त लगाती है
ऐसी माँ का दिल
तुम कभी न दुखाना
अपनी पूरी ताक़त के बावजूद
बच्चे के प्यार में वह हार जाती है
उस प्यार को तुम अपनी ताक़त बनाना
और अपनी हर कामयाबी को
उसकी दुआ समझना
एक वही है
जो तुम्हारे होने को
अपना वजूद समझती है ।
… शशि महाजन