Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Nov 2018 · 1 min read

माँ

कड़ी धूप में, जाड़े में, बारीश में, कभी रुकती नहीं,
माँ की इबादत, है धरती –सी तू,
सारे जहाँ का बोझ उठाती हुई, संवेदनाओं में बहती-सी,
रसातल करती अपनों को, संस्कारों का सिंचन करती धरती –सी तू |
देखा है मैंने –
माँ, है पानी की तरह, हर रंग में अपना रंग मिला देती,
जहर में भी अमृत मिलाती, बारीश की बूदों में आँखों के पानी को सोखती,
कभी पल्लू में भिगोती …….छुपाती दर्द को, सहनशीलता की मूरत है,
माँ, है ईश्वर का रूप, परिवार को संभालती
सृजन करती नई सृष्टि, शक्ति है, चेतना है…
सच, अदभूत रचना है माँ
ईश्वर का पर्याय है माँ,
दौलत से भी ख़रीदा ना जाय, वह माँ का प्यार है,
हर इंसा का कर्ज है माँ का, चूका नहीं पायेगा कोई इसे,
माँ है तो सब कुछ है ……वरना ये दौलत व्यर्थ है
माँ सुकून की चद्दर है, जहाँ कल्पना ने रंगों से सजायी है दुनिया,
बेजोड़ तोहफा जिसके पास है, सबसे अमीर है वो दुनिया में..

डा.कल्पना गवली
वड़ोदरा, गुजरात|

8 Likes · 82 Comments · 705 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
'Here's the tale of Aadhik maas..' (A gold winning poem)
'Here's the tale of Aadhik maas..' (A gold winning poem)
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कलानिधि
कलानिधि
Raju Gajbhiye
*ऐसा स्वदेश है मेरा*
*ऐसा स्वदेश है मेरा*
Harminder Kaur
तपोवन है जीवन
तपोवन है जीवन
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
सामाजिक बहिष्कार हो
सामाजिक बहिष्कार हो
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
चुनिंदा अशआर
चुनिंदा अशआर
Dr fauzia Naseem shad
लोगों को सफलता मिलने पर खुशी मनाना जितना महत्वपूर्ण लगता है,
लोगों को सफलता मिलने पर खुशी मनाना जितना महत्वपूर्ण लगता है,
Paras Nath Jha
52 बुद्धों का दिल
52 बुद्धों का दिल
Mr. Rajesh Lathwal Chirana
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
केवट का भाग्य
केवट का भाग्य
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
"बिना बहर और वज़न की
*Author प्रणय प्रभात*
सच तो आज न हम न तुम हो
सच तो आज न हम न तुम हो
Neeraj Agarwal
माना जीवन लघु बहुत,
माना जीवन लघु बहुत,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जिंदगी रूठ गयी
जिंदगी रूठ गयी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
स्वाधीनता संग्राम
स्वाधीनता संग्राम
Prakash Chandra
धर्म और संस्कृति
धर्म और संस्कृति
Bodhisatva kastooriya
नाहक करे मलाल....
नाहक करे मलाल....
डॉ.सीमा अग्रवाल
सर्दी के हैं ये कुछ महीने
सर्दी के हैं ये कुछ महीने
Atul "Krishn"
★बरसात की टपकती बूंद ★
★बरसात की टपकती बूंद ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
Everything happens for a reason. There are no coincidences.
Everything happens for a reason. There are no coincidences.
पूर्वार्थ
नजरों को बचा लो जख्मों को छिपा लो,
नजरों को बचा लो जख्मों को छिपा लो,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मोहमाया के जंजाल में फंसकर रह गया है इंसान
मोहमाया के जंजाल में फंसकर रह गया है इंसान
Rekha khichi
जिंदगी में एक रात ऐसे भी आएगी जिसका कभी सुबह नहीं होगा ll
जिंदगी में एक रात ऐसे भी आएगी जिसका कभी सुबह नहीं होगा ll
Ranjeet kumar patre
भैया दूज (हिंदी गजल/गीतिका)
भैया दूज (हिंदी गजल/गीतिका)
Ravi Prakash
संवरना हमें भी आता है मगर,
संवरना हमें भी आता है मगर,
ओसमणी साहू 'ओश'
किधर चले हो यूं मोड़कर मुँह मुझे सनम तुम न अब सताओ
किधर चले हो यूं मोड़कर मुँह मुझे सनम तुम न अब सताओ
Dr Archana Gupta
भूख 🙏
भूख 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
धूम मची चहुँ ओर है, होली का हुड़दंग ।
धूम मची चहुँ ओर है, होली का हुड़दंग ।
Arvind trivedi
सच तुम बहुत लगती हो अच्छी
सच तुम बहुत लगती हो अच्छी
gurudeenverma198
"संयम की रस्सी"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...