!!*माँ -बेटे से – बस यही याद रखना*!!
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तूने दूध पिया है मेरा,,
मैने कोई एहसान तो नहीं किया
मैं माँ हूँ तेरी, मेरे लाल
बस यही याद रखना !!
इस का कर्ज तो चुकता नहीं
यह तो विधाता की देन है
मेरे आँचल में सदा रहना,मेरे लाल
बस यही याद रखना !!
जैसे प्यार से पाला तुझे
तू भी पालना अपने को
जैसा पुकारा मैने तुझे,मेरे लाल
बस यही याद रखना !!
ख़ुशी ख़ुशी से तेरे नाज उठाये
तेरी हर बात को माना मैने
यूं ही उस को तू रखना,मेरे लाल
बस यही याद रखना !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ