Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Apr 2024 · 1 min read

अभी गनीमत है

अभी गनीमत है
सब्र मेरा अभी लबालब भरा नहीं हूँ
वो मुझको मुर्दा समझ रहा है
उससे कहो मैं मरा नहीं हूँ

24 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बिन मांगे ही खुदा ने भरपूर दिया है
बिन मांगे ही खुदा ने भरपूर दिया है
हरवंश हृदय
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
सबका वह शिकार है, सब उसके ही शिकार हैं…
सबका वह शिकार है, सब उसके ही शिकार हैं…
Anand Kumar
‘पितृ देवो भव’ कि स्मृति में दो शब्द.............
‘पितृ देवो भव’ कि स्मृति में दो शब्द.............
Awadhesh Kumar Singh
"स्वप्न".........
Kailash singh
शायरी
शायरी
Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661
वो ज़ख्म जो दिखाई नहीं देते
वो ज़ख्म जो दिखाई नहीं देते
shabina. Naaz
2314.पूर्णिका
2314.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
फर्क नही पड़ता है
फर्क नही पड़ता है
ruby kumari
💐प्रेम कौतुक-208💐
💐प्रेम कौतुक-208💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*Author प्रणय प्रभात*
छोटी-सी मदद
छोटी-सी मदद
Dr. Pradeep Kumar Sharma
चांद चेहरा मुझे क़ुबूल नहीं - संदीप ठाकुर
चांद चेहरा मुझे क़ुबूल नहीं - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
चंद एहसासात
चंद एहसासात
Shyam Sundar Subramanian
चेहरे का यह सबसे सुन्दर  लिबास  है
चेहरे का यह सबसे सुन्दर लिबास है
Anil Mishra Prahari
रक्त से सीचा मातृभूमि उर,देकर अपनी जान।
रक्त से सीचा मातृभूमि उर,देकर अपनी जान।
Neelam Sharma
देख तो ऋतुराज
देख तो ऋतुराज
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
धरा की प्यास पर कुंडलियां
धरा की प्यास पर कुंडलियां
Ram Krishan Rastogi
बेचारा जमीर ( रूह की मौत )
बेचारा जमीर ( रूह की मौत )
ओनिका सेतिया 'अनु '
दु:ख का रोना मत रोना कभी किसी के सामने क्योंकि लोग अफसोस नही
दु:ख का रोना मत रोना कभी किसी के सामने क्योंकि लोग अफसोस नही
Ranjeet kumar patre
"कोई तो है"
Dr. Kishan tandon kranti
स्वयं पर विश्वास
स्वयं पर विश्वास
Dr fauzia Naseem shad
मोदी एक महानायक
मोदी एक महानायक
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
"मैं" का मैदान बहुत विस्तृत होता है , जिसमें अहम की ऊँची चार
Seema Verma
*धन्य-धन्य वे लोग हृदय में, जिनके सेवा-भाव है (गीत)*
*धन्य-धन्य वे लोग हृदय में, जिनके सेवा-भाव है (गीत)*
Ravi Prakash
शांति युद्ध
शांति युद्ध
Dr.Priya Soni Khare
हर सुबह उठकर अपने सपनों का पीछा करना ही हमारा वास्तविक प्रेम
हर सुबह उठकर अपने सपनों का पीछा करना ही हमारा वास्तविक प्रेम
Shubham Pandey (S P)
पितृ हमारे अदृश्य शुभचिंतक..
पितृ हमारे अदृश्य शुभचिंतक..
Harminder Kaur
पिछले पन्ने भाग 1
पिछले पन्ने भाग 1
Paras Nath Jha
बसंत पंचमी
बसंत पंचमी
Neeraj Agarwal
Loading...