Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Oct 2020 · 1 min read

*”माँ का स्वरूप”*

“माँ का स्वरूप’
नवदुर्गा नौ स्वरूप ,
दिव्यधारणी छबि रूप ,
ललाट तिलक सोहे ,
नमन तुम्हें चरण वंदन।
अनुपम छबि मनोहारी ,
देख कर मन मोहे ,
कन्याओं का रूप धरे ,
पड़ते तुम्हारे चरण नमन।
साधना जप तप से ,
चेतन शक्ति जगाये ,
दुर्गा रूप नौ अवतारी ,
नौं स्वरूप के करे दर्शन।
जय माता दी
??????????????

Language: Hindi
1 Like · 604 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
धन बल पर्याय
धन बल पर्याय
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*जी रहें हैँ जिंदगी किस्तों में*
*जी रहें हैँ जिंदगी किस्तों में*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मेरा घर
मेरा घर
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
तू सच में एक दिन लौट आएगी मुझे मालूम न था…
तू सच में एक दिन लौट आएगी मुझे मालूम न था…
Anand Kumar
(*खुद से कुछ नया मिलन*)
(*खुद से कुछ नया मिलन*)
Vicky Purohit
क्या? किसी का भी सगा, कभी हुआ ज़माना है।
क्या? किसी का भी सगा, कभी हुआ ज़माना है।
Neelam Sharma
मुकद्दर तेरा मेरा एक जैसा क्यों लगता है
मुकद्दर तेरा मेरा एक जैसा क्यों लगता है
VINOD CHAUHAN
मिल ही जाते हैं
मिल ही जाते हैं
Surinder blackpen
बुंदेली दोहा गरे गौ (भाग-2)
बुंदेली दोहा गरे गौ (भाग-2)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*Author प्रणय प्रभात*
जीत का सेहरा
जीत का सेहरा
Dr fauzia Naseem shad
सूरज नमी निचोड़े / (नवगीत)
सूरज नमी निचोड़े / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
चंदन माँ पन्ना की कल्पनाएँ
चंदन माँ पन्ना की कल्पनाएँ
Anil chobisa
कुछ लिखा हू तुम्हारी यादो में
कुछ लिखा हू तुम्हारी यादो में
देवराज यादव
" बीकानेरी रसगुल्ला "
Dr Meenu Poonia
//सुविचार//
//सुविचार//
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
पेड़ पौधों के बिना ताजी हवा ढूंढेंगे लोग।
पेड़ पौधों के बिना ताजी हवा ढूंढेंगे लोग।
सत्य कुमार प्रेमी
9-अधम वह आदमी की शक्ल में शैतान होता है
9-अधम वह आदमी की शक्ल में शैतान होता है
Ajay Kumar Vimal
सुप्रभात
सुप्रभात
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
पितृ स्वरूपा,हे विधाता..!
पितृ स्वरूपा,हे विधाता..!
मनोज कर्ण
15. गिरेबान
15. गिरेबान
Rajeev Dutta
प्रकृति
प्रकृति
नवीन जोशी 'नवल'
एकाकी
एकाकी
Dr.Pratibha Prakash
कहाँ जाऊँ....?
कहाँ जाऊँ....?
Kanchan Khanna
दिल तुम्हारा जो कहे, वैसा करो
दिल तुम्हारा जो कहे, वैसा करो
अरशद रसूल बदायूंनी
"अक्षर"
Dr. Kishan tandon kranti
गरमी लाई छिपकली, छत पर दीखी आज (कुंडलिया)
गरमी लाई छिपकली, छत पर दीखी आज (कुंडलिया)
Ravi Prakash
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कुछ लोग बहुत पास थे,अच्छे नहीं लगे,,
कुछ लोग बहुत पास थे,अच्छे नहीं लगे,,
Shweta Soni
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Loading...