माँ का प्यार पाने प्रभु धरा पर आते है ?
माँ प्रकृति का प्यार
पाने विविध रुपो में
प्रभु धरा पर आते है
ईशा पैगम्बर महावीर
बुद्ध राम कृष्ण परम
पिता परमेश्वर कह
संसार में पूजे जाते हैं
जीवन वायु पवित्रता दे
गरिमा मां की स्थापित कर
देव देवकी नन्द यशोदा
राधा रुकमणी सीता
जनक जानकी नाम दे
परमधाम चले जाते हैं
मां प्रकृति सौन्दर्य निहारने
प्रभु धरा पर आते हैं।
पर ?? आज …
कुकर्मों से हम
विविध कष्ट देते हैं
प्रकृति माता रोती है
रुदन देख माँ की
रोगी दानव अवसर पाते
तहस नहस प्रकृति को
त्राहि मॉम कर जाते हैं
सुन रुदन आंसू पोछने
मधुसूदन रूप धरे डाक्टर
नर्स वैज्ञानिक सरकार
धरा पर आगे आते हैं
आंगनवाडी की बगिया से
जीवन आशा दीप लिए
दारुण दुःख दवा लगाने
आशा वर्कर रूप धरे
धरणीधर धरा के ये
प्रेम मधु बरसाने वाले
मधुसूदन कहलाने वाले
प्रभु धरा पर आते हैं
इतिहास बना जाते हैं
मैं अज्ञानी ?? ??
सत् सत् नमन करता हूँ
श्रद्धा सुमन अर्पित कर
वन्दन प्रभु का करता हूँ
भक्ति शक्ति युक्ति दें
सद्बुद्धि सद्ज्ञान दें
प्रकृति मां को स्वच्छ संरक्षित
रखने का कसम आज खाता हुं
माँ का प्यार पाने युग युग से
प्रभु धरा पर आते हैं।
प्रभु धरा पर आते हैं ॥
❤️🥀🌷🌹🙏🙏
तारकेशवर प्रसाद तरूण