Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Aug 2021 · 1 min read

महफ़िल को रुला देते…!!

कोई तो ऐसी मिले जिस पर दुनिया लुटा देते,
हर किसी ने धोखा दिया किस-किस को भुला देते,
अपने दर्द को दिल मे छुपा के रखा है,
बयां करते तो… पूरी महफ़िल को रुला देते…!!

Language: Hindi
Tag: लेख
2 Likes · 361 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कविता के हर शब्द का, होता है कुछ सार
कविता के हर शब्द का, होता है कुछ सार
Dr Archana Gupta
17रिश्तें
17रिश्तें
Dr Shweta sood
Active रहने के बावजूद यदि कोई पत्र का जवाब नहीं देता तो वह म
Active रहने के बावजूद यदि कोई पत्र का जवाब नहीं देता तो वह म
DrLakshman Jha Parimal
सच्चे- झूठे सब यहाँ,
सच्चे- झूठे सब यहाँ,
sushil sarna
व्यक्तित्व की दुर्बलता
व्यक्तित्व की दुर्बलता
Dr fauzia Naseem shad
ना कर नज़रंदाज़ देखकर मेरी शख्सियत को, हिस्सा हूं उस वक्त का
ना कर नज़रंदाज़ देखकर मेरी शख्सियत को, हिस्सा हूं उस वक्त का
SUDESH KUMAR
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
जो बीत गयी सो बीत गई जीवन मे एक सितारा था
जो बीत गयी सो बीत गई जीवन मे एक सितारा था
Rituraj shivem verma
बिखरे ख़्वाबों को समेटने का हुनर रखते है,
बिखरे ख़्वाबों को समेटने का हुनर रखते है,
डी. के. निवातिया
Tlash
Tlash
Swami Ganganiya
23/19.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/19.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*_......यादे......_*
*_......यादे......_*
Naushaba Suriya
जब हासिल हो जाए तो सब ख़ाक़ बराबर है
जब हासिल हो जाए तो सब ख़ाक़ बराबर है
Vishal babu (vishu)
कोई किसी से सुंदरता में नहीं कभी कम होता है
कोई किसी से सुंदरता में नहीं कभी कम होता है
Shweta Soni
दिल से दिलदार को मिलते हुए देखे हैं बहुत
दिल से दिलदार को मिलते हुए देखे हैं बहुत
Sarfaraz Ahmed Aasee
हिटलर ने भी माना सुभाष को महान
हिटलर ने भी माना सुभाष को महान
कवि रमेशराज
దీపావళి కాంతులు..
దీపావళి కాంతులు..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
इस सियासत का ज्ञान कैसा है,
इस सियासत का ज्ञान कैसा है,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"नवाखानी"
Dr. Kishan tandon kranti
****शिव शंकर****
****शिव शंकर****
Kavita Chouhan
सावन में शिव गुणगान
सावन में शिव गुणगान
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
भोर काल से संध्या तक
भोर काल से संध्या तक
देवराज यादव
धिक्कार
धिक्कार
Shekhar Chandra Mitra
*सुवासित हैं दिशाऍं सब, सुखद आभास आया है(मुक्तक)*
*सुवासित हैं दिशाऍं सब, सुखद आभास आया है(मुक्तक)*
Ravi Prakash
*सम्मति*
*सम्मति*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अज़ीज़ टुकड़ों और किश्तों में नज़र आते हैं
अज़ीज़ टुकड़ों और किश्तों में नज़र आते हैं
Atul "Krishn"
मैं चला बन एक राही
मैं चला बन एक राही
AMRESH KUMAR VERMA
किताब
किताब
Neeraj Agarwal
■ लोकतंत्र पर बदनुमा दाग़
■ लोकतंत्र पर बदनुमा दाग़ "वोट-ट्रेडिंग।"
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...