महावर
सजाकर पैर में अपने,महावर को लगाती हैं।
पहनती पाॅंव में पायल,कभी घुॅंघरू बजाती है।
सुहागिन नारियाॅं भी सोलहों शृंगार हैं करतीं-
लगाकर बाल में गजरा,अलक को भी सजाती है।
©डी एन झा दीपक @विधाता मुक्तक
सजाकर पैर में अपने,महावर को लगाती हैं।
पहनती पाॅंव में पायल,कभी घुॅंघरू बजाती है।
सुहागिन नारियाॅं भी सोलहों शृंगार हैं करतीं-
लगाकर बाल में गजरा,अलक को भी सजाती है।
©डी एन झा दीपक @विधाता मुक्तक