– महाराणा सांगा ( संग्रामसिंहजी )
– महाराणा सांगा (संग्रामसिंहजी) –
राणा रायमल के सबसे छोटे पुत्र,
मेवाड़ के सबसे महत्वपूर्ण शासक,
अपनी शक्ति के बल पर मेवाड़ साम्राज्य का विस्तार कर,
राजपुताना के सभी राजाओं को संगठित करने वाले,
अपनी वीरता और उदारता के लिए प्रसिद्ध ,
धर्म परायण राजा,राज्य और प्रजा की रक्षा व पोषक कहलाने वाले,
शरीर पर लगे थे जिनके अस्सी घाव,
वो घाव नही उन वीर के आभूषण कहलाए,
युद्ध भूमि में लड़ते हुए जिसने गवाया ,
एक भुजा,एक आंख ,एक टांग,
सैनिकों का भग्नावशेष जो कहलाए,
बाबर ने जिसका लौहा माना,
दे डाली राज्य विस्तार में दक्षिण के विजय नगर राज्य के जैसी मिसाल,
हिंदूपत की उपाधि से अलंकृत जो,
वो हिंदुआ सूरज मेवाड़ रत्न महाराणा सांगा (संग्राम सिंह)है महान,
✍️✍️✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क सूत्र -7742016184