“महाराणा प्रताप: वीर गाथा”
वीर योद्धा के चरित्र को,
गाता है इतिहास अपना।
महाराणा प्रताप का नाम,
चमका रहा है देश अपना।
धैर्य और साहस की निशानी,
था वह महाराणा वीर।
अपने धर्म के लिए लड़ा,
न डरता था वह किसी का डेर।
चित्तौड़ की धरती पर वह,
खड़ा था अकेला बिना साथ।
वीरगति को प्राप्त होने के लिए,
बलिदान करता रहा साथ।
सिंहासन पर नहीं बैठा वह,
पसंद था उसे खाली हवाई।
महाराणा प्रताप के वीर गाथा,
बजती रहेगी हमेशा आवाज़।