Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jul 2020 · 3 min read

महामारी मे छात्र की व्यथा

महामारी में छात्र की मनोव्यथा

वर्तमान समय मे विश्व में व्याप्त महामारी कोविड 19 कोरोना वायरस अपने चरम पर है।विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड 19 का अभी और घातक प्रकोप देखने को मिल सकता है। इस संकट के कारण आने वाले 2 सालों में दुनिया की अर्थव्यवस्था को लगभग 8.5 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान होगा। साथ ही कई और सेक्टर्स में भी काफी नुकसान होगा। सीधे सीधे लगभग 34 मिलियन लोग अत्यंत गरीबी के मुँह में चले जाएंगे। अब उस क्षेत्र को ओर भी रुख कर लिया जाये जिसमें प्रत्येक देश का उज्ववल भविष्य होता है। यहां मैं बात कर रहा हूँ छात्रों की जो इस संकट की घड़ी में अत्यधिक प्रभावित हैं। छात्रों के जीवन व मानसिक स्थिति पर बेहद प्रभाव पड़ रहा है। कोविड19 से विश्व के 1 बिलियन छात्रों पर असर पड़ा है। अगर भारत के परिपेक्ष्य में बात करें तो 32 करोड से भी अधिक छात्रों पर इस महामारी का असर पड़ा है। अब प्रश्न उठता है कि कोरोनाकाल में छात्रों की मनोदशा क्या होगी। छात्रों के सामने भविष्य को लेकर ऐसी विकराल समस्या आ खड़ी हुई है, जो उनके आत्मविश्वास और धैर्य की कठोर परीक्षा ले रही है। हम भारत के ग्रामीण व गरीब तबके के छात्रों की बात करें, तो इस लॉक डाउन में जिनके घर की आमदनी बन्द है, वो छात्र जिनके माता-पिता दिहाड़ी मजदूर, छोटे कामगार, दस्तकार, ग्रामीण परिवेश के छात्र आदि, उनकी जिंदगियां बुरी तरह प्रभावित हैं। जो अभिभावक रोज कमाते-खाते थे, क्या वे छात्र अब विद्यालय वापस आ सकेंगे या रोजी-रोटी की व्यवस्था में अपने माँ-बाप के साथ जीविकोपार्जन में लग जाएंगे। इसका सीधा सीधा मतलब है कि अशिक्षा व बाल मजदूरी को बढ़ावा मिलेगा। यहां सरकार के सामने यह प्रश्न है कि, क्या सरकार इस चुनौती से निपटने के लिये कोई प्लान है? कई बच्चों का भविष्य दाव पर लगा है, या यूं कहें कि बच्चों के साथ भारत वर्ष का भी भविष्य दाव पर लगा है। इस संकट के समय में ग्रामीण छात्रों के समक्ष कुछ और चुनौतियां भी सामने आई हैं, सीधे तौर पर यहां राज्य सरकार व केंद्र सरकार की विफलता उजागर होती है।
वर्तमान समय में कुछ शैक्षणिक संस्थान ऑनलाइन कक्षाओं का आयोजन करा रहे हैं। क्या कभी यह सोचा है कि क्या सभी छात्र इस तकनीकी सुविधा का लाभ ले पा रहे होंगे या नही ले पा रहे हैं? मुझे आपको बताते हुए खेद हो रहा हैं कि, एक रिपोर्ट के अनुसार भारत के सिर्फ 24 फीसदी घरों में ही इंटरनेट की सुविधा है। दिलचस्प तथ्य यह है कि इस मामले में सरकार के पास कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने पहली बार इस बात को जानने की कोशिश की है। एक आकड़े के अनुसार भारत के सिर्फ दो राज्यों के सिर्फ 40 प्रतिशत से अधिक ग्रामीण परिवारों में इंटरनेट की सुविधा है। NSS की 2017-18 की एक रिपोर्ट के अनुसार 19 प्रतिशत ग्रामीण छात्र बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते हैं। जिसका एक बड़ा कारण आर्थिक समस्या इस रिपोर्ट में दर्शाया गया है। ऐसे में आप उम्मीद कर सकते हैं कि ऑनलाइन कक्षा कहाँ तक सफल हो पायेंगी। और बात करें ऑनलाइन क्लास की तो तो इससे फायदे और नुकसान दोनों हैं। यह सुविधा कम समय के लिये फायदेमंद है, लेकिन इसके लंबे समय तक उपयोग से छात्रों में चिंता व अवसाद उत्पन्न होता है।इसका उदाहरण वर्तमान में घटने वाली कई घटनाएं हैं, जिसमें से में एक हृदय दहलाने वाली घटना में एक 9वी कक्षा की बच्ची की आत्महत्या करना है। जिसने ऑनलाइन क्लास ना ले पाने की वजह से आत्महत्या का रास्ता चुना। क्या सरकार ऐसी चुनौतियों के लिये तैयार है? सरकार व देश के छात्रों के सामने भविष्य की बहुत चिंताएं हैं। बात अगर समाधान की करें तो इस सत्र को शून्य सत्र घोषित कर दिया जाना चाहिए या फिर एहितयात के साथ पुन: संस्थान खोल दिये जाने चाहिए। हाल ही में डेनमार्क ने शैक्षणिक संस्थानों को पुन: खोला है। यहां सरकार को चाहिए कि सरकार छात्रों के हित में निर्णय करे। सरकार को छात्र हितों पर भी ध्यान देना ही चाहिए, क्योंकि कई छात्रों का भविष्य सरकार के निर्णय पर निर्भर करता है। मैं उम्मीद करता हूँ की सरकार छात्रों के हितों में निर्णय लेगी।

©️ अक्षय दुबे
ग्वालियर म प्र

Language: Hindi
Tag: लेख
3 Likes · 2 Comments · 310 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Bahut fark h,
Bahut fark h,
Sakshi Tripathi
कृषक
कृषक
साहिल
"सुर्खी में आने और
*Author प्रणय प्रभात*
बादल बरसे दो घड़ी, उमड़े भाव हजार।
बादल बरसे दो घड़ी, उमड़े भाव हजार।
Suryakant Dwivedi
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
Sapna Arora
क्रिकेटी हार
क्रिकेटी हार
Sanjay ' शून्य'
आलाप
आलाप
Punam Pande
ये ज़िंदगी.....
ये ज़िंदगी.....
Mamta Rajput
चार लाइनर विधा मुक्तक
चार लाइनर विधा मुक्तक
Mahender Singh
एक बेटी हूं मैं
एक बेटी हूं मैं
Anil "Aadarsh"
2519.पूर्णिका
2519.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
फुटपाथों पर लोग रहेंगे
फुटपाथों पर लोग रहेंगे
Chunnu Lal Gupta
यह प्यार झूठा है
यह प्यार झूठा है
gurudeenverma198
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
धूमिल होती पत्रकारिता
धूमिल होती पत्रकारिता
अरशद रसूल बदायूंनी
हिंदी
हिंदी
Bodhisatva kastooriya
एक छोटा सा दर्द भी व्यक्ति के जीवन को रद्द कर सकता है एक साध
एक छोटा सा दर्द भी व्यक्ति के जीवन को रद्द कर सकता है एक साध
Rj Anand Prajapati
वेलेंटाइन डे
वेलेंटाइन डे
Surinder blackpen
काली मां
काली मां
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*दोहा*
*दोहा*
Ravi Prakash
*वरद हस्त सिर पर धरो*..सरस्वती वंदना
*वरद हस्त सिर पर धरो*..सरस्वती वंदना
Poonam Matia
भविष्य..
भविष्य..
Dr. Mulla Adam Ali
हाइकु (#हिन्दी)
हाइकु (#हिन्दी)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
बेटियां
बेटियां
Dr Parveen Thakur
सुबह – सुबह की भीनी खुशबू
सुबह – सुबह की भीनी खुशबू
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
धार्मिक सौहार्द एवम मानव सेवा के अद्भुत मिसाल सौहार्द शिरोमणि संत श्री सौरभ
धार्मिक सौहार्द एवम मानव सेवा के अद्भुत मिसाल सौहार्द शिरोमणि संत श्री सौरभ
World News
उधार ....
उधार ....
sushil sarna
"बुराई की जड़"
Dr. Kishan tandon kranti
नई रीत विदाई की
नई रीत विदाई की
विजय कुमार अग्रवाल
सुबह भी तुम, शाम भी तुम
सुबह भी तुम, शाम भी तुम
Writer_ermkumar
Loading...