महाभुजंगप्रयात सवैया ( विडम्बना)
विधान
महाभुजंगप्रयात सवैया 24 वर्णों का छन्द कहा जाता है, यह छंद आठ यगणों (122) के द्वारा लिखा जाता है। इसे भुजंगप्रयात छंद का दुगुना छन्द कहा जाता है तभी इसका नाम महाभुजंगप्रयात छंद पड़ा है। इस छंद में 12, 12 वर्णों पर यति रखी जाती है।
उदाहरण-
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अभी जाम छल्का रहे आज बच्चे, इन्हें देख आँखें फटी जा रही हैं।
पलो में अभागे बनें भाग्य खोते, अजी जिन्दगी ही कटी जा रही है।
अवस्था न बाल्या करे जुर्म ऐसे, दुखों की कहानी रटी जा रही है।
सितारे जमी की धसे हैं धरा में, दरारें बची थीं पटी जा रही हैं।।
✍️पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन’