Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Mar 2021 · 1 min read

महादेवी वर्मा

महादेवी वर्मा जी का जन्म 26 मार्च 1907 को उत्तर प्रदेश राज्य में हुआ था ।इनकी मृत्यु11 सितंबर 1987 को हुई थी ।
कालजयी कवित्री थी।कवित्रीऔर लेखिका महादेवी वर्मा के रेखाचित्र और संस्मरण भारतीय साहित्य की धरोहर हैं. उनका एक ऐसा ही संस्मरण है पंडित जवाहरलाल नेहरू के बारे में, शीर्षक है : “”जवाहर भाई””.

पंडित नेहरू से अपनी पहली मुलाक़ात के बारे में महादेवी लिखती हैं कि तब वे इलाहाबाद के क्रास्थवेट गर्ल्स कॉलेज में सातवीं कक्षा की छात्रा थीं. एक दिन उन्हें आचार्या कुमारी तुलासकर के साथ आनंद भवन जाने का मौका मिला और वे स्कूली ड्रेस में ही आनंद भवन के लिए चल पड़ीं. अपने मन में पंडित जी से पहली मुलाक़ात की गहरी छाप के बारे में महादेवी लिखती हैं कि ‘पंडित नेहरू की दृष्टि में एक स्वप्निल विशेषता थी. सामने खड़े व्यक्ति को ऐसा लगता था मानों वे आंखें उसके पार कुछ देख रही हैं.’
कवित्री के साथ-साथ महान समाज सुधारक थी।अपनी लेखनी के माध्यम से बहुत कुछ हम भारतीयों को दें गई ।
#किसानपुत्री_शोभा_यादव

Language: Hindi
Tag: लेख
2 Comments · 441 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
फितरत है इंसान की
फितरत है इंसान की
आकाश महेशपुरी
फितरत
फितरत
Akshay patel
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रामधारी सिंह दिवाकर की कहानी 'गाँठ' का मंचन
रामधारी सिंह दिवाकर की कहानी 'गाँठ' का मंचन
आनंद प्रवीण
शराब मुझको पिलाकर तुम,बहकाना चाहते हो
शराब मुझको पिलाकर तुम,बहकाना चाहते हो
gurudeenverma198
विश्व शांति की करें प्रार्थना, ईश्वर का मंगल नाम जपें
विश्व शांति की करें प्रार्थना, ईश्वर का मंगल नाम जपें
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
धोखा वफा की खाई है हमने
धोखा वफा की खाई है हमने
Ranjeet kumar patre
वो नेमतों की अदाबत है ज़माने की गुलाम है ।
वो नेमतों की अदाबत है ज़माने की गुलाम है ।
Phool gufran
ग़ज़ल - ज़िंदगी इक फ़िल्म है -संदीप ठाकुर
ग़ज़ल - ज़िंदगी इक फ़िल्म है -संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
छल
छल
गौरव बाबा
#प्रणय_गीत-
#प्रणय_गीत-
*Author प्रणय प्रभात*
"गमलों में पौधे लगाते हैं,पेड़ नहीं".…. पौधों को हमेशा अतिरि
पूर्वार्थ
ख़ता हुई थी
ख़ता हुई थी
हिमांशु Kulshrestha
खाओ भल्ला या बड़ा ,होता दही कमाल(कुंडलिया)
खाओ भल्ला या बड़ा ,होता दही कमाल(कुंडलिया)
Ravi Prakash
"बेजुबान"
Pushpraj Anant
"दीवारें"
Dr. Kishan tandon kranti
वक्त
वक्त
Ramswaroop Dinkar
औरत की हँसी
औरत की हँसी
Dr MusafiR BaithA
गुरु आसाराम बापू
गुरु आसाराम बापू
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
" सुर्ख़ गुलाब "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
अरमान
अरमान
अखिलेश 'अखिल'
मुक्तक... हंसगति छन्द
मुक्तक... हंसगति छन्द
डॉ.सीमा अग्रवाल
वक्त-वक्त की बात है
वक्त-वक्त की बात है
Pratibha Pandey
पर्यावरण प्रतिभाग
पर्यावरण प्रतिभाग
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
मौन शब्द
मौन शब्द
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
वीरवर (कारगिल विजय उत्सव पर)
वीरवर (कारगिल विजय उत्सव पर)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
💐प्रेम कौतुक-358💐
💐प्रेम कौतुक-358💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ज़िंदगी से शिकायत
ज़िंदगी से शिकायत
Dr fauzia Naseem shad
मित्र कौन है??
मित्र कौन है??
Ankita Patel
"सफ़ीना हूँ तुझे मंज़िल दिखाऊँगा मिरे 'प्रीतम'
आर.एस. 'प्रीतम'
Loading...