Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Apr 2023 · 1 min read

***महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती***

***महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती***
*****************************

महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ,
समाज सुधारक का यश गान सुनाओ।

चिमनाबाई की कोख का राज दुलारा,
पिता गोविंद राव की आँखों का तारा,
खानवाड़ी की धरती पर आन पधारो।
महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ।

पेशे से कुटुंबी थे फूलों के कारोबारी,
माला गजरे बनाकर बेचते थे व्यापारी,
फूलों से ही फुले नाम कुल ने ध्यायो।
महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ।

प्राम्भिक – शिक्षा मराठी भाषा में पाई,
जाति भेद-भाव ने शिक्षा बीच छुड़ाई,
हिम्मत न हारी विद्या धन खूब कमाओ।
महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ।

जीवन-संगिनी समाज सेविका यशस्वी,
साथ निभाया जीवन-भर बन तपस्वी,
सावित्री बाई फुले जीवन-साथी पायो।
महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ।

दलित समुदाय का बहुत उत्थान किया,
महिलाओं के लिए भी खूब काम किया,
जाति व्यवस्था का घोर जहर मिटायो।
महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ।

बहुमुखी प्रतिभा के वो धनी बहुत थे,
समाज हितकारी और लेखक गजब थे,
सत्य शोधक बन कर समाज सजायो।
महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ।

पति-पत्नी की जोड़ी थी बहुत निराली,
दोनों ने मिल कर समाज सेवा संभाली,
स्वयंसेवी बल पे महात्मा उपाधि पायो।
महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ।

जन सेवा पर मनसीरत जाए बलिहारी,
नारी भलाई के लिए लड़ी बड़ी लड़ाई,
दार्शनिक विचारक बहुत ज्ञान समायो।
महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ।

महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती मनाओ।
समाज-सुधारक का यश गान सुनाओ।
******************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैंथल)

Language: Hindi
284 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्रभु -कृपा
प्रभु -कृपा
Dr. Upasana Pandey
*मृत्यु : पॉंच दोहे*
*मृत्यु : पॉंच दोहे*
Ravi Prakash
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
।।सावन म वैशाख नजर आवत हे।।
।।सावन म वैशाख नजर आवत हे।।
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
Happy Father Day, Miss you Papa
Happy Father Day, Miss you Papa
संजय कुमार संजू
राम
राम
Sanjay ' शून्य'
पुरुष को एक ऐसी प्रेमिका की चाह होती है!
पुरुष को एक ऐसी प्रेमिका की चाह होती है!
पूर्वार्थ
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
खैर जाने दो छोड़ो ज़िक्र मौहब्बत का,
खैर जाने दो छोड़ो ज़िक्र मौहब्बत का,
शेखर सिंह
हम वो हिंदुस्तानी है,
हम वो हिंदुस्तानी है,
भवेश
सफलता का लक्ष्य
सफलता का लक्ष्य
Paras Nath Jha
चांद मुख पे धब्बे क्यों हैं आज तुम्हें बताऊंगी।
चांद मुख पे धब्बे क्यों हैं आज तुम्हें बताऊंगी।
सत्य कुमार प्रेमी
'हिंदी'
'हिंदी'
पंकज कुमार कर्ण
समय बदल रहा है..
समय बदल रहा है..
ओनिका सेतिया 'अनु '
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Dr Archana Gupta
बुंदेली दोहा बिषय- बिर्रा
बुंदेली दोहा बिषय- बिर्रा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
|| तेवरी ||
|| तेवरी ||
कवि रमेशराज
■ आखिरकार ■
■ आखिरकार ■
*प्रणय प्रभात*
कर्म से कर्म परिभाषित
कर्म से कर्म परिभाषित
Neerja Sharma
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ग़र वो जानना चाहतें तो बताते हम भी,
ग़र वो जानना चाहतें तो बताते हम भी,
ओसमणी साहू 'ओश'
आदत से मजबूर
आदत से मजबूर
Surinder blackpen
हिसका (छोटी कहानी) / मुसाफ़िर बैठा
हिसका (छोटी कहानी) / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
चलना हमारा काम है
चलना हमारा काम है
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
गम के बगैर
गम के बगैर
Swami Ganganiya
परेड में पीछे मुड़ बोलते ही,
परेड में पीछे मुड़ बोलते ही,
नेताम आर सी
आंखें भी खोलनी पड़ती है साहब,
आंखें भी खोलनी पड़ती है साहब,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वो देखो ख़त्म हुई चिड़ियों की जमायत देखो हंस जा जाके कौओं से
वो देखो ख़त्म हुई चिड़ियों की जमायत देखो हंस जा जाके कौओं से
Neelam Sharma
मेहनत और अभ्यास
मेहनत और अभ्यास
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
ग़ज़ल/नज़्म - मेरे महबूब के दीदार में बहार बहुत हैं
ग़ज़ल/नज़्म - मेरे महबूब के दीदार में बहार बहुत हैं
अनिल कुमार
Loading...