Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Mar 2023 · 1 min read

“महत्वाकांक्षा”

“महत्वाकांक्षा”
अक्सर बुरी होती नहीं
हू-ब-हू पूरी हो
यह भी तो जरूरी नहीं
सोचिए अगर कल्पना
पूर्ण सत्य हो तो क्या होगा?
शायद इससे बढ़कर
कोई दरिद्र जीवन न होगा।

6 Likes · 3 Comments · 645 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
🙏 * गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 * गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
बहके जो कोई तो संभाल लेना
बहके जो कोई तो संभाल लेना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
" वाह री दुनिया "
Dr. Kishan tandon kranti
उस रब की इबादत का
उस रब की इबादत का
Dr fauzia Naseem shad
क्या कहता है ये मौन ?
क्या कहता है ये मौन ?
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
पास आना तो बहाना था
पास आना तो बहाना था
भरत कुमार सोलंकी
आई आंधी ले गई, सबके यहां मचान।
आई आंधी ले गई, सबके यहां मचान।
Suryakant Dwivedi
Success Story -3
Success Story -3
Piyush Goel
4178.💐 *पूर्णिका* 💐
4178.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
I met Myself!
I met Myself!
कविता झा ‘गीत’
You may not get everything that you like in your life. That
You may not get everything that you like in your life. That
पूर्वार्थ
प्रतिशोध
प्रतिशोध
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
*किसने देखा है ईश्वर को, किसने छूकर पहचाना है (राधेश्यामी छं
*किसने देखा है ईश्वर को, किसने छूकर पहचाना है (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
सकारात्मक ऊर्जा से लबरेज
सकारात्मक ऊर्जा से लबरेज
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*चिंता और चिता*
*चिंता और चिता*
VINOD CHAUHAN
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
* यौवन पचास का, दिल पंद्रेह का *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जहाँ खुदा है
जहाँ खुदा है
शेखर सिंह
जीवन में न तो कोई अंतिम हार है और न ही कोई अंतिम जीत। अतः मु
जीवन में न तो कोई अंतिम हार है और न ही कोई अंतिम जीत। अतः मु
PRADYUMNA AROTHIYA
मोमबत्ती की रौशनी की तरह,
मोमबत्ती की रौशनी की तरह,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Srishty Bansal
साधा तीखी नजरों का निशाना
साधा तीखी नजरों का निशाना
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
उफ्फ,
उफ्फ,
हिमांशु Kulshrestha
प्रेम स्वप्न परिधान है,
प्रेम स्वप्न परिधान है,
sushil sarna
जो दिख रहा है सामने ,
जो दिख रहा है सामने ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
आजा माँ आजा
आजा माँ आजा
Basant Bhagawan Roy
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
Mahender Singh
शंभू नाथ संग पार्वती भजन अरविंद भारद्वाज
शंभू नाथ संग पार्वती भजन अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
ये बात भी सच है
ये बात भी सच है
Atul "Krishn"
बांते
बांते
Punam Pande
श्रीकृष्ण
श्रीकृष्ण
Raju Gajbhiye
Loading...