Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jul 2024 · 1 min read

महँगाई

लोग कहते हैं कि महँगाई आ गई
टमाटर सौ रुपये
और
प्याज एक सौ बीस पर आ गई
क्या खायेंगे
हम कहते हैं कि
आप भी जम के खाइए
जैसे हम खा रहे हैं
विश्व बैंक की महिमा के गुण गा रहे हैं
ऋण तो अपनी सम्पत्ति है
इसे लेने में क्या आपत्ति है
जब जी चाहा ले लिया
देना थोड़े ही है
आप भी मेरी मानिए
अपने पड़ोसी से उधार लेते रहिए
और बदले में
उसे लौटाने का आश्वासन देते रहिए
बिगड़े काम बन जाएंगे
यदि आप उधार लेने पर ठन जाएंगे
अरे साहब!
आप हँस रहे हैं
बेकार में फँस रहे हैं
कोई देखेगा तो कहेगा कि शेखी बघार रहे हैं
अपनी लाइन वाली महिला को लाइन मार रहे हैं
अरे भाई!
महफिल में बेवजह हँसना छोड़िए
आइए
मंच पर आकर
हम कवियों की तरह
दो-चार गीत बोलिए
लोगों के दिलो-दिमाग में प्रीत घोलिए
अगर यह भी नहीं कर सकते
तो अपने ही समाज के लोगों को गालियाँ दीजिए
चौराहे पर खड़े होकर
कैम्पा कोला की शीशी में सोमरस पीजिए
फिर खाने के लिए
आपको सोचना नहीं पड़ेगा
कुर्ता-पैजामा पहनकर आप नेता बन जाएंगे
और
धीरे-धीरे पूरा देश खा जाएंगे।
✍🏻 शैलेन्द्र ‘असीम’

Language: Hindi
1 Like · 50 Views

You may also like these posts

Life isn't all about dating. Focus on achieving your goals a
Life isn't all about dating. Focus on achieving your goals a
पूर्वार्थ
ईद मुबारक सबको
ईद मुबारक सबको
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
शेर -
शेर -
bharat gehlot
हृदय वीणा हो गया।
हृदय वीणा हो गया।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
कहां कहां ढूंढू तुझे मैं गज़लों में,
कहां कहां ढूंढू तुझे मैं गज़लों में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
#मेहनत #
#मेहनत #
rubichetanshukla 781
ज़रा सा पास बैठो तो तुम्हें सब कुछ बताएँगे
ज़रा सा पास बैठो तो तुम्हें सब कुछ बताएँगे
Meenakshi Masoom
आज मैने तुमको कुछ इस तरह याद फरमाया…
आज मैने तुमको कुछ इस तरह याद फरमाया…
PRATIK JANGID
झूठो के बीच में मैं सच बोल बैठा
झूठो के बीच में मैं सच बोल बैठा
Ranjeet kumar patre
सूरवीर
सूरवीर
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
My Guardian Angel
My Guardian Angel
Manisha Manjari
"मीरा के प्रेम में विरह वेदना ऐसी थी"
Ekta chitrangini
हम किसी का वाह्य स्वरूप ही देख पाते...
हम किसी का वाह्य स्वरूप ही देख पाते...
Ajit Kumar "Karn"
3863.💐 *पूर्णिका* 💐
3863.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
रमेशराज के देशभक्ति के बालगीत
रमेशराज के देशभक्ति के बालगीत
कवि रमेशराज
सपना है आँखों में मगर नीद कही और है
सपना है आँखों में मगर नीद कही और है
Rituraj shivem verma
"बाकी"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मातृभूमि पर तू अपना सर्वस्व वार दे
मातृभूमि पर तू अपना सर्वस्व वार दे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दिल दिमाग़ के खेल में
दिल दिमाग़ के खेल में
Sonam Puneet Dubey
#लघुकथा
#लघुकथा
*प्रणय*
शिक्षक श्री कृष्ण
शिक्षक श्री कृष्ण
Om Prakash Nautiyal
एक और बलात्कारी अब जेल में रहेगा
एक और बलात्कारी अब जेल में रहेगा
Dhirendra Singh
रंज-ओ-सितम से दूर फिरसे इश्क की हो इब्तिदा,
रंज-ओ-सितम से दूर फिरसे इश्क की हो इब्तिदा,
Kalamkash
'भारत के लाल'
'भारत के लाल'
Godambari Negi
न रोको यूँ हवाओं को...
न रोको यूँ हवाओं को...
Sunil Suman
।।अथ श्री सत्यनारायण कथा तृतीय अध्याय।।
।।अथ श्री सत्यनारायण कथा तृतीय अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आओ हम सब प्रेम से, बोलें जय श्रीराम
आओ हम सब प्रेम से, बोलें जय श्रीराम
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
हर एक राज को राज ही रख के आ गए.....
हर एक राज को राज ही रख के आ गए.....
कवि दीपक बवेजा
बहुत कीमती है पानी,
बहुत कीमती है पानी,
Anil Mishra Prahari
Loading...