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27 Jan 2024 · 1 min read

‘भारत के लाल’

भारत भूमि के लाल,
कर गये थे कमाल,
काट गए पाक जाल,
वाह-वाह जग कहे।

काल से बरस पड़े,
हिम श्रृंग चढ़ चले,
कथा नव गढ़ चले,
शत्रु के बंकर ढहे।

आन-बान-शान तेरी,
रहे अति ही घनेरी,
जग में ऊँची अपनी
विजय पताका रहे।

करगिल दिवस पे,
दीपक अखंड जले,
स्वदेश हित भावना,
हर हृदय में बहे।

गोदाम्बरी नेगी

Language: Hindi
46 Views
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