Books by Godambari Negi 1 book List Grid पुंडरीकाक्ष गोदाम्बरी नेगी है लक्ष्य पार्थ सा तुम में, निस्वार्थ कर्म विटप सा तुम में, चेहरे पर तेज तपस्वी का, पर्वत सी तुम में स्थिरता, चाहत है चातक सी तुम में, है भरी भावों में स्निग्धता। 'पुंडरीकाक्ष' 'पुंडरीकाक्ष' की रचनाएँ गागर में सागर... 5 Share