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6 Oct 2024 · 1 min read

मस्तियाँ दे शौक़ दे माहौल भी दे ज़िन्दगी,

मस्तियाँ दे शौक़ दे माहौल भी दे ज़िन्दगी,
इश्क़ दे माशूक़ दे और आशिक़ी दे ज़िन्दगी,
ठोकरें भले हों राहों में ग़म नहीं,
फ़िर भी ग़र देना जो चाहे ज़िन्दगी दे ज़िन्दगी।
अश्क़ बस्तरी

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