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12 Jul 2022 · 1 min read

*मलाला (मुक्तक)*

मलाला (मुक्तक)
_________________________
जरूरत लड़‌कियों को, भेजने की पाठशाला की
जरूरत लड़‌कियों में, चेतना की एक ज्वाला की
लड़ी जो तालिबानी, सोच से जो जान पर खेली
जरूरत विश्व भर में, आज हर घर में मलाला की
_________________________
रचयिता :रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 143 Views
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