*मलाला (मुक्तक)*
मलाला (मुक्तक)
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जरूरत लड़कियों को, भेजने की पाठशाला की
जरूरत लड़कियों में, चेतना की एक ज्वाला की
लड़ी जो तालिबानी, सोच से जो जान पर खेली
जरूरत विश्व भर में, आज हर घर में मलाला की
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रचयिता :रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451