मर्दवादी सोच
दादाजी को
कभी नहीं देखी
दादीजी के पैर
छूते हुए !
पिताजी को भी
नहीं देखी है,
माँ के चरणस्पर्श
करते हुए !
यही तो है
मर्दवादी सोच..
भारत में
पत्नी की उम्र
‘पति’ से
पाँच से
बीस वर्ष तक छोटी
क्यों होती है ?
ताकि ‘पति’ को
यानी मर्द को
स्वयं के
मरणावस्था में भी
उनकी पत्नी
‘जवान’ दिखे !