ममता का रूप है नारी
ममता का रूप है नारी
त्याग की मूरत है नारी
क्षमा का भंडार है नारी
घर की गृहणी है नारी
ईश्वर का वरदान है नारी
जग की भवानी है नारी
जगत की जननी है नारी
पति की संगिनी है नारी
शक्ति की पहचान है नारी
आंगन की शोभा है नारी
समर्पण का भाव है नारी
करुणा का सागर है नारी
दया की स्वामिनी है नारी
जीवन का आधार है नारी
खुशियों का संसार है नारी
जख्मों का उपचार है नारी
पिता का अभिमान है नारी
रिश्तों की पराकाष्ठा है नारी
सहनशीलता का नाम है नारी
प्रकृति की सुंदर रचना है नारी
सम्मान की अधिकारी है नारी।
– सुमन मीना (अदिति)